अकेलेपन से नहीं झूठे रिश्तों से वहशत होती है

अकेलेपन से नहीं झूठे रिश्तों से वहशत होती है

अकेलेपन से नहीं झूठे रिश्तों से वहशत होती है

अकेलेपन से नहीं,
झूठे रिश्तों से वहशत होती है...!


Akelepan se nahin,
Jhoothe rishton se vahashat hotee hai...!