हालात के कदमों पर समंदर नहीं झुकते

हालात के कदमों पर समंदर नहीं झुकते

हालात के कदमों पर समंदर नहीं झुकते,
टूटे हुए तारे कभी ज़मीन पर नहीं गिरते,
बड़े शौक से गिरती हैं लहरें समंदर में,
पर समंदर कभी लहरों में नहीं गिरते।


Haalat Ke Kadamo Par Sikandar Nahi Jhukte,
Toote Huye Taare Kabhi Zamin Par Nahi Girte,
Bade Shauk Se Girti Hai Lahrein Samundar Mein,
Par Samundar Kabhi Lahron Mein Nahi Girte.