शहर भर की जुलेखाओ को पर्दे की नसीहत करने वाले बहोत हैं Neha / Jan 31, 2022 शहर भर की जुलेखाओ को पर्दे की नसीहत करने वाले बहोत हैं शहर भर की जुलेखाओ को पर्दे की नसीहत करने वाले बहोत हैं, कोई मेरे शहर के यूसुफो से भी कहे के निगाहे नीची रखें। Shahar bhar kee julekhao ko parde kee naseehat karane vaale bahot hain, Koee mere shahar ke yoosupho se bhee kahe ke nigaahe neechee rakhen. Shayari Hindi Shayari Shahar Shayari