वही रंजिशें वही हसरतें

वही रंजिशें वही हसरतें

वही रंजिशें वही हसरतें,
न ही दर्द-ए-दिल में कमी हुई,
है अजीब सी मेरी ज़िन्दगी,
न गुज़र सकी न खत्म हुई।


Wohi Ranjishen Wohi Hasratein,
Na Hi Dard-E-Dil Me Kami Huyi,
Hai Azeeb Si Meri Zindagi,
Na Gujar Saki Na Khatm Huyi.