भीड़ की चित्कार नहीं

भीड़ की चित्कार नहीं

भीड़ की चित्कार नहीं,
शेर की दहाड़ हूं !!

मन में जो सुलग रहा,
मैं वो चिंगार हूं !!


Bheed kee chitkaar nahin, sher kee dahaad hoon !!
Man mein jo sulag raha, main vo chingaar hoon !!