पास जब तक वो रहे दर्द थमा रहता है

पास जब तक वो रहे दर्द थमा रहता है

पास जब तक वो रहे दर्द थमा रहता है,
फैलता जाता है फिर आँख के काजल की तरह।


Paas Jab Tak Woh Rahe Dard Thama Rahta Hai,
Phailta Jata Hai Phir Aankh Ke Kajal Ki Tarah.