पहले होती थीं ऊल जलूल की बातें बेशुमार

पहले होती थीं ऊल जलूल की बातें बेशुमार

पहले होती थीं ऊल जलूल की बातें बेशुमार
अब तो हाल चाल भी नहीं पूछा जाता


Pahale hotee theen ool jalool kee baaten beshumaar
Ab to haal chaal bhee nahin poochha jaata