न जाने क्यूं सीने में

न जाने क्यूं सीने में

न जाने क्यूं सीने में,
दर्द का आया बवंडर है ।
फिर से बढ़ी है धड़कन,
शायद आ गया नवंबर है ।।


Na jaane kyoon seene mein,
Dard ka aaya bavandar hai .
Phir se badhee hai dhadakan,
Shaayad aa gaya navambar hai ..