नज़रे करम मुझ पर इतना न कर

नज़रे करम मुझ पर इतना न कर

नज़रे करम मुझ पर इतना न कर,
की तेरी मोहब्बत के लिए बागी हो जाऊं !!
मुझे इतना न पिला इश्क़-ए-जाम की,
मैं इश्क़ के जहर का आदि हो जाऊं !!


Nazre Karam Mujh Par Itna Na Kar,
Ki Teri Mohabbat Ke Liye Baagi Ho Jaaun,
Mujhe Itna Na Pila Ishq-E-Jaam Ki,
Main Ishq Ke Jahar Ka Aadi Ho Jaaun.