दो गज़ ज़मीन सही मेरी मिल्कियत तो है Admin / Aug 14, 2021 दो गज़ ज़मीन सही मेरी मिल्कियत तो है दो गज़ ज़मीन सही मेरी मिल्कियत तो है, ऐ मौत तूने मुझको ज़मींदार कर दिया। Do Ghaz Zamin Sahi Meri Milkiyat Toh Hai, Ai Maut Tu Ne Mujh Ko Zamindar Kar Diya. Shayari Maut Shayari Meri Shayari