देखा है मेरी नजरों ने, एक रंग छलकते पैमाने का

देखा है मेरी नजरों ने, एक रंग छलकते पैमाने का

देखा है मेरी नजरों ने, एक रंग छलकते पैमाने का,
यूँ खुलती है आंख किसी की, जैसे खुले दर मैखाने का।


Dekha hai meree najaron ne, ek rang chhalakate paimaane ka,
Yoon khulatee hai aankh kisee kee, jaise khule dar maikhaane ka.