दुश्मनों के सम्मुख जिनके शीश नहीं झुकते है,

दुश्मनों के सम्मुख जिनके शीश नहीं झुकते है,

दुश्मनों के सम्मुख जिनके शीश नहीं झुकते है,
वहीं अपना इतिहास स्वर्ण अक्षरों में लिखते है !!


Dushmanon ke sammukh jinake sheesh nahin jhukate hai,
Vaheen apana itihaas svarn aksharon mein likhate hai !!