छेड़ आती हैं कभी लब तो कभी रूखसारों को Admin / Jul 19, 2021 छेड़ आती हैं कभी लब तो कभी रूखसारों को छेड़ आती हैं कभी लब तो कभी रूखसारों को तुमने ज़ुल्फ़ों को बहुत सर पर चढा रखा है। Chhed Aati Hain Kabhi Lab Ko Kabhi Rukhsaro Ko, Tumne Zulfon Ko Bahut Sar Chada Rakha Hai. Shayari Romantic Shayari