चेहरों में दूसरों के तुझे ढूंढ़ते रहे

चेहरों में दूसरों के तुझे ढूंढ़ते रहे

चेहरों में दूसरों के तुझे ढूंढ़ते रहे,
कहीं सूरत नहीं मिली कहीं सीरत नहीं मिली।


Chehron Mein Dusron Ke Tujhe Dhundhte Rahe,
Kahin Surat Nahi Mili Kahin Seerat Nahin Mili.