गुत्थियों की तरह उलझा चरित्र लेकर

गुत्थियों की तरह उलझा चरित्र लेकर

गुत्थियों की तरह उलझा चरित्र लेकर ...
कैसे उम्मीद करूँ कि मुझको कोई समझ जाये.!!


Gutthiyon kee tarah ulajha charitr lekar ...
Kaise ummeed karoon ki mujhako koee samajh jaaye.!!