खामोश रहने लगा हूँ, जब से सीखा है कहना

खामोश रहने लगा हूँ, जब से सीखा है कहना

खामोश रहने लगा हूँ, जब से सीखा है कहना
थम से गये हैं आँसू, जब से सीखा है बहना
पानी को पाकर, प्यास बढ़ गयी है
अक्सर चीखने लगा हूँ, जब से सीखा है सहना


Khaamosh rahane laga hoon,
Jab se seekha hai kahana !!
Tham se gaye hain aansoo,
Jab se seekha hai bahana !!
Pani ko paakar,
Pyaas badh gayee hai !!
Aksar cheekhane laga hoon,
Jab se seekha hai sahana !!