कभी रूठी कभी झूठी लगती हैं

कभी रूठी कभी झूठी लगती हैं

कभी रूठी कभी झूठी लगती हैं

कभी रूठी, कभी झूठी लगती हैं,
ये शाम भी, तुझ सी लगती हैं !!


Kabhee roothee, kabhee jhoothee lagatee hain,
Ye shaam bhee, tujh see lagatee hain !!